देश के विदेशी मुद्रा भंडार में देखने के लिए मिली बढ़ोतरी, जबकि 2022 में देश की विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखी गई थी, डॉलर के मूल्य में भी देखने के लिए मिली बढ़ोतरी ,India Forex Reserves के बारे में दी आरबीआई ने एक नई रिपोर्ट पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को पढ़ें।
नमस्ते दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट में और आज हम आपके लिए विदेशी मुद्रा भंडार से संबंधित नई जानकारी लेकर आ गए हैं। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। अगर विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट और बढ़ोतरी होती है। तो इन दोनों का असर आम जनता पर भी पड़ता है। भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार के साथ-साथ अमेरिकन डॉलर में भी वृद्धि देखी गई है।
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16 जून 2023 को भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार 596.09 अरब डॉलर पहुंच गया। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार में लगभग 2.35 अरब डॉलर तक की बढ़ोतरी देखी गई है। जबकि गोल्ड रिजर्व में देखने के लिए मिली है गिरावट। आरबीआई ने की रिपोर्ट के अनुसार विदेशी निवेशकों के कारण भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी हुई है। जबकि 2021 में भी इंडियन फॉरेन करेंसी में बढ़ोतरी देखी गई थी।

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गोल्ड रिजर्व में हुई कमी
फॉरेन करेंसी बढ़ने के साथ गोल्ड रिजर्व में देखी गई है कमी। आरबीआई का कहना है कि गोल्ड रिजर्व में 2023 में कमी देखने के लिए मिली है। गोल्ड 45 बिलियन डॉलर पर आ चुका है जबकि 2022 में गोल्ड रिजर्व 324 million-dollar था। 2021 में भारत के पास सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार था। 2022 में रुपए की कीमत में गिरावट देखने के लिए मिली थी एक अमेरिकन डॉलर ₹81था। 2023 में विदेशी निवेशकों की तेजी से बढ़ी है जिसके कारण विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी देखी गई है। आरबीआई ने गोल्ड रिजर्व में कमी के बहुत सारे कारण बताए हैं। RBI Bank ने बताया है कि विदेशी निवेशकों के कारण गोल्ड रिजर्व में कमी देखने के लिए मिल रही है।
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जाने क्यों बढ़ रहा है अमेरिकन डॉलर
2022 की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रुपए में गिरावट देखने के बाद आरबीआई को अमेरिकन डॉलर को बेचना पड़ा था। इसके बाद भारतीय विदेशी मुद्रा भंडार में कमी देखने के लिए मिली और मार्केट में अमेरिकन डॉलर की कीमत बढ़ गई। 23 जून को मार्केट में डॉलर के मुकाबले इंडियन रुपीस में 7 फ़ीसदी की गिरावट देखने के लिए मिली है अमेरिकन डॉलर ₹82 में बंद हुआ। 2021 में अमेरिकन डॉलर में इतनी ज्यादा वृद्धि देखने के लिए नहीं मिली थी।
2022 की रिपोर्ट के अनुसार इंडियन रुपए के मामले में अमेरिकन डॉलर तेजी से बढ़ा है। 2022 में भारतीय रुपए में गिरावट का सबसे प्रमुख कारण यह है कि आरबीआई ने डॉलर को बेच दिया था जिसके कारण इंटरनेशनल मार्केट में भारतीय रुपए की कीमत गिरी थी। जल्द ही हमें अमेरिकन डॉलर के मुकाबले में इंडियन रुपए बढ़ता हुआ दिखाई देगा।
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